The 4 hour work week Book Summary in Hindi

हफ्ते में 4 घंटे काम करें | The 4 hour work week Book Summary in Hindi

5/5 - (1 vote)

हेलो दोस्तों आज इस पोस्ट में हम बात करेंगे एक ऐसे किताब की जो आपको सिखाएगी की 9 से 5 की जॉब से छुटकारा कैसे पाएं और अमीर बने, जैसे की आपको पता होगा की जो 9 से 5 जॉब करते हैं उनमे से 90% लोग अपने काम से खुश नहीं रहते और वे उस जॉब को न तो छोड़ पाते हैं और न ही उस जॉब से वे अमीर बन पाते हैं, तो आप इस बुक समरी में यही सीखेंगे की 9 से 5 की जॉब से छुटकारा कैसे पाएं और एक हफ्ते में 4 घंटे काम करकेअमीर कैसे बनें, तो चलिए देखते हैं।

Book Summary – The 4 Hour Workweek Written By Tim Ferriss

The 4 Hour Workweek Book Summary

Table of Contents

The 4 hour work week Book Summary in Hindi

ये किताब किसके लिए हैं –

  1. वो लोग जो अपनी ९ से ५ की जॉब से परेशान हैं और उससे छुटकारा पाना चाहते हैं !
  2. जो लोग अमीरी के इस नए कांसेप्ट को अपनी ज़िंदगी में शामिल करना चाहते हैं

कैसे 9 से 5 की जॉब से छुटकारा पाएं और अमीर बनें।

अक्सर लोग कई सपने देखते हैं जैसे अपना खुद का घर हों या फिर दुनिया में घूमने का सपना या फिर अपने किसी खास सपने को पूरा करने का सपना, लेकिन 9 से 5 वाले एक चौरस केबिन में उलझ कर ज़िंदगी के सपने हमेशा सपने ही रह जाते हैं, इस किताब के करिये लेखक ने हमसे वो तरीके शेयर किये हैं जिन्हे अपनाने से हम पैसे कमाने के साथ साथ अपने सपनो को भी पूरा कर सकते हैं जो 9 से 5 वाले जॉब में कभी नहीं कर पाते।

और आगे आप सीखेंगे की कैसे आप किसी काम में महारत हासिल कर सकते है, और क्यों हमारे द्वारा सोची चीज असल में इतनी भी बुरी नहीं होती, क्यों आपको हफ्ते में केवल एक ही बार मेल चेक करना चाहिए ।

एक शानदार और संतोषदायक जीवन को आज और अभी जीना ही सही मायनों में अमीर होना है।

हमारे समाज में शुरू से सिखाया जाता हैं की अगर हम अपने जवानी के दिनों में कठिन परिश्रम कर अपने काम की तरफ ध्यान देंगे और बचत करते रहेंगे, तो रिटायरमेंट के बाद हमे अच्छे दिन देखने को मिलेंगे और हम एक सुखद बुढ़ापा जी सकेंगे, इस सोच के कारण हजारो लोग खुद को 9 से 5 के की गुलामी में झोक देते हैं।

और सारी उम्र उस काम में लगा देते हैं, जिसे शायद वे पसंद भी नहीं करते, लेकिन खुद को फुसलाने के लिए कहते हैं काम है थोड़ा कठिन होगा, आज मेहनत कर लेंगे तो कल सुरक्षित होगा।

लेकिन असल में होता हैं की एक दिन अचानक हमारी नींद खुलती हैं तो हमें एहसास होता हैं की हमने अपने जीवन के बेहतरीन साल गुलामी में गुजार दिए, जबकि सच्ची खुशिया इतना पैसा कमाकर भी नहीं मिलता, अफ़सोस तब तक देर हो जाती हैं।

इसलिए लेखक कहते हैं की जो हम सपने देखते हैं उन्हें पूरा करने के लिए हमारा करोड़पति होना जरुरी नहीं है, बल्कि जीवन की ज्यादातर चीजे एक आम सी आमदनी में भी आ सकती है। और ये आमदनी आप बिना 9 से 5 की जॉब किये, दुनिया के किसी भी कोने में बैठकर कमा सकते हैं, आइये आगे आपको इसके बारे में बताते हैं।

ज़िन्दगी अपने वसूलो से जीयें और अपना लक्ष्य हमेशा ऊँचा रखें।

लेखक कहते हैं कि अगर आप आज के जमाने के नए अमीरों की सूची में शामिल होना चाहते हैं, तो सबसे पहले जिंदगी को अपनी शर्तों पर जीना सीखना होगा, किसी और के अनुसार काम करने की बजाय, नए किस्म की अमीर अपने नियम कानून खुद तय करते है, और जरूरत पड़े तो हर बंधनों को तोड़कर भी अपने सपनों को हासिल कर लेते हैं .

आजकल ज्यादातर लोग जोखिम उठाने से डरते हैं और खुद को प्रैक्टिकल कहते हुए वास्तविकता में जीने का दावा करते हैं इसी कारण से ऐसे लोग एक आम जिंदगी के साथ समझौता कर लेते हैं जबकि लेखक के अनुसार असली सफलता उन्हें मिलती है जो किसी भी जोखिम की परवाह किए बिना अपने हर सपने को जीने का जुनून रखता है चाहे आपके सपने लोगों की वास्तविकता कितने भी दूर लगे लेकिन अगर आप अपना लक्ष्य रखेंगे तो आप उन्हें जरूर पा सकते हैं।

किसी भी नए और अलग काम को करने में ज्यादातर लोग जोखिम महसूस करते हैं और इसी जोखिम से डरते हुए लोग बस एक आम से जिंदगी और 9 से 5 की नौकरी में सारा जीवन बिता देते हैं इसलिए लेखक मानते हैं कि हमें अपना लक्ष्य ऊंचा रखना चाहिए क्योंकि पर्वत के सतह पर बहुत लोग खड़े होते हैं लेकिन चोटी पर जाने की जोखिम बस कुछ लोग ही उठा पाते हैं इसलिए किसी भी क्षेत्र में शिखर पर पहुंच कर एहसास होता है कि यहां कंपटीशन कम है।

अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकल कर आज और अभी अपने सपनों को हासिल करने के लिए कदम उठाए।

ज्यादातर लोग अपने सपनों को पाने की बजाए उनसे सारी उम्र दूर भागते रहते हैं और खुद को दिलासा देते हैं कि खुद-ब-खुद सब ठीक हो जाएगा अपनी सोच को सही साबित करने के लिए सकारात्मकता के साथ जोड़ते हैं जबकि असल में यह सकारात्मक सोच नहीं है यह तो अपनी आलस को छुपाने का एक तरीका है। इंसान अपने कंफर्ट जोन से बाहर ही नहीं आना चाहता मुझे लगता है आने वाला कल अपने आप उनके जीवन में खुशियां लेकर आएगा लेकिन सच तो यह है कि आने वाला कल तभी सुनहरा हो सकता है जब आप उसके लिए कोई ठोस कदम उठाए।

चाहे आपके सपने छोटे हो या बड़े उन्हें पूरा करने के लिए आपको अपने कंफर्ट जोन से बाहर आकर खुद ही कदम उठाना होगा ।

अगर आप नई किस्म के अमीरों की सूची में शामिल होना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको अपने डर से जीतना होगा क्योंकि अक्सर जिस चीज से हम सबसे ज्यादा डरते हैं वही हमारी कमजोरी होती है उस कमजोरी से ऊपर उठे बिना हम अपने सपनों को नहीं उड़ान दे सकते हैं।

इसलिए सफल होने के लिए अपने सपनों को पूरा करने के लिए आपको किसी भी कठिन से कठिन परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा हो सकता है लोग आपके बारे में बातें बनाए और आपको ताने मारे लोगों की इस छोटी सोच से ऊपर उठकर आपको आज और अभी अपने सपने की ओर पहला कदम उठाना होगा क्योंकि लेखक कहते हैं कि आज नहीं तो कभी नहीं।

अपने आपसे झूठ बोलना छोड़ दीजिए 1 दिन सब ठीक हो जाएगा सच का सामना करें अपने डर को दूर कर अपने सपनों की राह पर चलिए ।

एक मामूली एंप्लोई होने के बावजूद भी आप नए अमीरों की श्रेणी में आ सकते हैं।

लेखक के द्वारा बताए गए नए किस्म के अमीरों की जिंदगी में सबसे जरूरी चीज है गतिशीलता अर्थात दिनभर आप अपने ऑफिस डेस्क की गुलामी करने के बजाय अपने अंदाज़ में काम करना, लेकिन इस समाज का एक सच यह भी है हर व्यक्ति के लिए अपनी जॉब छोड़ घर से काम करना संभव नहीं है इसलिए सामाजिक कारणों से लोग अपना काम चाहते हुए भी नहीं छोड़ पाते।

लेकिन ऐसे एम्पॉलई को भी घबराने की जरूरत नहीं है लेखक की किताब में ऐसे लोगों के लिए भी अपने सपनों को पाने का एक सुझाव है लेखक कहते हैं कि ऐसे में जरूरी है कि आप खुद को अपने काम के क्षेत्र में इतना एक्सपर्ट बना ले कि आपकी कंपनी आप को छोड़ना ना चाहे इसके लिए आप ट्रेनिंग वर्कशॉप का सहारा ले सकते हैं ऐसा होने पर अपनी कंपनी में एक खास स्थान प्राप्त कर लेंगे और आप आसानी से अपने बॉस से अपनी 1 या 2 बातें मनवा सकते हैं।

जब आपको अपनी कंपनी में अपनी महत्व का एहसास हो जाए तो किसी दिन धीरे से अपने बॉस के दिमाग में घर से काम करने वाला आईडिया डाल दे, हो सकता है शुरू में आपको हफ्ते में एक दिन ही स्वीकृति मिली लेकिन इस दौरान आप खुद को ऑफिस आए बिना भी काम संभालने में सक्षम साबित कर दें,

और फिर धीरे-धीरे घर से ऑफिस संभालने के लिए दिन बढ़ाते जाए एक दिन ऐसा भी आएगा कि जब आपको ऑफिस में आकर हाजिरी लगाने की जरूरत ना पड़े आप घर से ही अपना सारा काम करा ले घर से काम करना आसान भी होगा क्योंकि घर पर इंसान चैन से अपना काम कर सकता है उसे आमतौर पर ऑफिस में होने वाली क्रियाकलाप जैसे फिजूल की मीटिंग और अपने सहकर्मियों के साथ टाइम खराब करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

आपको हर काम सही करने की जरूरत नहीं है बस सही काम ही करने की जरूरत है।

आपने अक्सर देखा होगा कि जो लोग ऑफिस में ज्यादा ज्यादा समय बिताते हैं उन्हें ज्यादा मेहनती और अच्छा काम करने वाला माना जाता है। हमारी रोजमर्रा जिंदगी मे देखा जाए तो जो लोग को हमेशा बिजी दिखाते हैं उन्हें समाज कठिन परिश्रम मानता है। कई एंपलाई अपना ज्यादा समय ऑफिस में बिता कर अपने बॉस को खुश करने में लगे रहते हैं ताकि उनका बॉस सोचे की अच्छा काम कर रहे हैं जबकि किसी काबिलियत जानने के लिए समय का पैमाना सही नहीं है।

लेखक कहते हैं कि यहां पर 80/20 सिद्धांत काम आ सकता है, जिसके अनुसार हमारे लाभ है परिणामों का ज्यादातर हिस्सा हमारे काम का 20 % काम से बनता है, और बाकी 80% काम इतना जरूरी नहीं होता इसलिए आजकल के नए अमीर इस सिद्धात से अपने सारे काम करते हैं।

लेखक का मानना है की समझदारी इसमें नहीं है की कम समय में ज्यादा से ज्यादा काम खत्म कर दें बल्कि समझदारी इसमें है कि हम ज्यादा से ज्यादा लाभ कम से कम काम करके प्राप्त कर सके गैर जरूरी काम हमेशा गैर जरूरी है आप चाहे उसको कितनी भी अच्छे ढंग से क्यों ना खत्म कर दें ।

इसलिए लेखक कहते हैं कम से कम काम ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाओ और अपना बचा हुआ समय अपने सपनों और परिवार को देखकर एक सुकून भरी जिंदगी का मजा ले।

Rich dad Poor dad Book Summary in Hindi

आपका समय बहुत कीमती है इसलिए समय बर्बाद करने वाले लोगों और कामों से दूर रहें।

अपने ऑफिस का एक आम सा दिन भी ले लीजिए अपने 9 से 5 कि आधे से ज्यादा समय हम ऐसे कामों में बिता देते हैं जिनकी शायद जरूरत भी नहीं होती अब जैसे बेकार की मीटिंग को ले लीजिए, हमें बेकार की मीटिंग में अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहिए।

इन मीटिंग के अलावा अब अपना काफी समय अपने कामों के लिए इंफॉर्मेशन जुटाने में भी लगा देते हैं घंटो अखबारों में इंटरनेट पर रिसर्च करने में लगाने की जगह हम सीधा उससे लेंगे जो सही जानकारी देगा और हमारा समय भी बचाएगा .

इसके अलावा आपको दिन भर मैं कई लोग ऐसे मिलेंगे जिनका ना खुद कोई लक्ष्य होता है और ना आपको अपने लक्ष्य पहुंचने देते हैं ऐसे लोग अक्सर जब आप सबसे जरूरी काम कर रहे हो और तब आपका सारा समय अपनी फिजूल की बातों में बर्बाद कर देंगे तो ऐसे लोगों को दूर नमस्कार करने की आदत डाल दीजिए।

लेखक ने ऐसे लोगों से बचने का एक उपाय बताया है वो कहते हैं कि अब जब भी कोई आपके पास आए तो उसे कैसे हो पूछने की बजाए मैं कैसे आपकी सहायता कर सकता हूँ, और अगर आपको लगे कि वह आपका समय बर्बाद करने वाला है तो सॉरी यार लेकिन मेरे पास से 2 मिनट है मुझे काम है जल्दी बोल दो ऐसे लोगों को कभी भी बढ़ावा ना दें 1 घंटे का काम आपको सारा दिन भी करना पड़ सकता है.

आपका ध्यान बटाने वाली चीजों से दूरी बनाए रखें.

प्रोडक्टिव होने का मतलब यह है कि वह कम से कम काम में ज्यादा से ज्यादा फायदे हासिल कर ले, और इसके लिए जरूरी है कि आप अपना महत्वपूर्ण काम पूरी लगन और ध्यान के साथ करें इससे आपकी कार्य क्षमता बढ़ जाती है और आप अच्छी सी और कम समय में खत्म कर सकते हैं आज के जमाने में ध्यान विचलित करने वाली कितनी बातें हैं एक काम पर फोकस करना बहुत ही मुश्किल है।

आप अपने ऑफिस को ही दे दीजिए जैसे ही आप कोई जरूरी काम कर रहे हो आपका फोन नहीं मेल नोटिफिकेशन की घंटी बजा देता है और आपका सारा ध्यान अपने काम से हटकर ई-मेल को पढ़ने की ओर चला जाता है इसलिए लेखक मि सलाह दी है की कोशिश करें कि आप अपना ईमेल कम से कम चेक करें जैसे ही आप ऑफिस आए अपनी ड्यूटी लिस्ट में से हर काम के लिए खुद से पूछे कि अगर मैंने सारे दिन में बस यही काम किया संतुष्ट रहूंगा

और जिस जिस काम के लिए आप हाल में जवाब दे उसे महत्वपूर्ण कार्यों की सूची में शामिल कर ले कि आप उन्हें लंच से पहले निपटा सकें एक बार आपने अपने नागपुर कामों को खत्म कर लिया आप अपना मेल चेक कर सकते हैं और उसकी बात एक बार घर जाने से पहले चेक करें बाद में धीरे-धीरे 1- 2 बार चेक करें आदत बदल लीजिए आपको इसके लिए ऑटो रिप्लाई का ऑप्शन भी सेट कर जिसमें लिखिए हम बिजी हैं जैसे ही फ्री होंगे आप इस मेल का जवाब देंगे ऐसा करने से आपको अपने महत्वपूर्ण काम पर ध्यान लगाने में आसानी होगी।

अपने बिजनेस को ऐसा सेट करें कि वह निश्चित आय प्रदान करें और आप दुनिया के किसी भी कोने से उसे चला सके।

अगर आप जिंदगी के हर एक लम्हे का लुफ्त उठाते हुए भी अमीर बनना चाहते हैं इसकी लिए आपके पास एक आए का स्रोत हो और ऐसा स्रोत बस एक बिजनेस से ही मिल सकता है बिजनेस करना ही नहीं है बल्कि आपको एक ऐसा बिजनेस जिसमें आपकी भागीदारी और जिम्मेदारी कम से कम हो।

लेखक का कहना है कैसा बिजनेस सेट करना उतना कठिन भी नहीं है जितना ज्यादातर लोग समझते हैं आधुनिक दौर में हर काम आउटसोर्स कर सकते हैं वर्चुअल असिस्टेंट के कॉन्सेप्ट तो यह काम और भी सरल हो गया है तो आपको बस यह करना है अपने बिजनेस से जुड़े कामों बनाकर हम उस क्षेत्र के एक्सपर्ट को दे देना है ऐसा करने से आपके ऊपर लोड भी कम रहेगा।

अगर आप अपना पूरा बिजनेस आउटसोर्स करवा रहे हैं तो ऐसे सूरत में इन दो बातों का ध्यान अवश्य रखें

पहली बात यह है कि आपके बिजनेस के सारे एक्सपर्ट आप से मिलिए बिना भी एक दूसरे के बातचीत और डिस्कशन कर सकते हैं उनके बीच का जरिया बनने की कोशिश कभी ना करें वरना आप इधर की बात उधर करते रहते ही परेशान हो जाएंगे .

दूसरी जरूरी बात है कि उन सब को अपने काम के बारे में फैसले खुद ले लेंगे जब तक कि वह खुद आपसे ना पूछे तब तक यह बेहतर होगा कि आप बीच में दखल ना दें अगर आप ऐसा करते हैं तो आप उनकी कार्यक्षमता को देखकर हैरान रह जाएंगे क्योंकि वह उस क्षेत्र के एक्सपर्ट हैं और उस काम में के बारे में बेहतर पता है इसलिए आप की दखलंदाजी के बिना काम और भी बेहतर होगा।

21 Success Secret of self-made Millionaire Book Summary in Hindi

प्रोडक्ट को बाजार में उतारने से पहले यह जरूर चेक कर लें कि ग्राहकों का उसके क्या रिस्पांस है।

एक लगातार अब अच्छी आमदनी बिजनेस के लिए जरूरी है प्रोडक्ट का बिजनेस सबसे आसान तरीका है मार्केट में पहले से मौजूद किसी प्रोडक्ट को दोबारा बेचना यानी कि यह सरल तो है लेकिन इसमें आमदनी भी सीमित है।

इसलिए ज्यादा लाभ चाहिए तो आपको अपना खुद का प्रोडक्ट मार्केट में लाना होगा लेकिन इस काम में बहुत रिस्क है अपने प्रोडक्ट को बनाकर मार्केट में लाने से पहले एक बार ग्राहकों का रिस्पांस जरूर देख ले, ग्राहकों का रिस्पांस जानने के बहुत से तरीके हैं सबसे कारागार दो तरीके हैं जिसका जिक्र लेखक ने अपने इस किताब में किया है।

उनमें पहला तरीका है नकली ऑनलाइन स्टोर बनाने का आजकल ऑनलाइन खरीदारी का चलन बढ़ गया है तो आप अपने प्रोडक्ट के लिए एक नकली ऑनलाइन स्टोर खोल सकते हैं यानी कि जैसे ही कोई ग्राहक आपके प्रोडक्ट की बोर्ड में प्रवाहित होकर उस पर खरीदने का बटन दब आएगा उससे यह मैसेज मिलेगा कि प्रोडक्ट अभी स्टॉक में नहीं है इस तरह से आप यह जान सकते हैं लाखों ने आपके प्रोडक्ट तक क्लिक किया है यानी आप का प्रोडक्ट बाजार में चलेगा या नहीं।

दूसरा तरीका है एक झूठा प्रचार अभियान चलाने का आप अपनी आने वाली प्रोडक्ट लांच करने से पहले प्रवाहित होकर अपने प्रोडक्ट पर क्लिक करेंगे वही आगे जाकर आपके असल खरीदार भी बनेंगे आप अपने बर्थडे की पैकिंग या उसका नाम तरीके की निर्धारित कर सकते हैं जैसे कि आपके दिमाग में के बारे में जितने भी आइडियाज हैं उनका सब का ऑनलाइन प्रचार करें और जिस पर ज्यादा क्लिक मिले उसे चुन ले लेखक ने भी अपने इस किताब की टाइटल चुनने के लिए भी यही रास्ता अपनाया था और चुकी 4 आवर वर्क वीक को सबसे ज्यादा क्लिक मिली थी इसलिए उन्होंने इसे अपना टाइटल चुना ।

The 4 hour work week Book Summary in Hindi

एक अनुभवी बिजनेसमैन की तरह व्यवहार करें और अपने ग्राहकों को चुनते समय खास ध्यान रखें।

अगर आप चाहते हैं कि ग्राहक आपके प्रोडक्ट पर विश्वास करें उसके लिए जरूरी है पहले वह आप पर और आपकी कंपनी पर विश्वास करें इसके लिए खास बातों का ध्यान रखने की जरूरत है

सबसे पहली चीज जो आकर्षित करती है वह आपका अपने क्षेत्र में ज्ञान और विशेषज्ञता इसके लिए आप पीएचडी जैसे टाइटल का इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि आपके घर आंखों को लगे कि आप को अपने क्षेत्र की काफी ज्ञान है जैसे कि मान ले और अपने संबंधी प्रोडक्ट बनाते हैं तो पहले आप को खुद इसके बारे में सब कुछ जान कर एक फिटनेस गुरु के तौर पर अपने ग्राहकों के साथ पेश आना पड़ेगा इसलिए आपसे मिला और प्रचार का सहारा ले सकते हैं ।

दूसरी जरूरी बात यह है कि आमतौर पर ग्राहक एक छोटी कंपनी के बजाय किसी बड़ी कंपनी के साथ जोड़ना ज्यादा पसंद करते हैं ग्राहक अपना प्रोडक्ट खरीदे उसके लिए जरूरी है कि आप अपनी कंपनी को एक बड़ी सी कंपनी की तरह दर्शाए इसके लिए आप अपनी वेबसाइट पर अनेकों ईमेल और फोन नंबर लिख सकते हैं जिससे कि लगे कि आपकी कंपनी में बहुत से लोग काम करते हैं और अपने कांटेक्ट पेज पर ऐसे शब्दों का प्रयोग करें जैसे कि हेड ऑफ कस्टमर सपोर्ट हेड ऑफ सेल आदि से यह लगेगा कि आपकी कंपनी काफी बड़ी और प्रतिष्ठित कंपनी है और ज्यादा से ज्यादा ग्राहक ग्राहक आपके प्रोडक्ट की ओर आकर्षित होंगे

तीसरी जरूरी बात यह है कि हर ग्राहक एक जैसे नहीं होता 80/20 नियम अपना सकते हैं क्योंकि आपकी आमदनी का 80% हिस्सा केवल 20% ग्राहकों से ही बनता है ठीक इसी तरह आपके कंप्लेंट बॉक्स में सबसे ज्यादा शिकायतें की होते हैं ऐसी सूरत में शिकायत देने वाले पर ज्यादा ध्यान दें और शिकायत करने वाले अगर कोई आपके प्रोडक्ट की शिकायत कर रहा है तो इसका मतलब है कि वह आपके साथ बना रहना चाहता है बस आप अपना प्रोडक्ट थोड़ा सा सुधारने की जरूरत है तो आप उन शिकायतों के आधार पर अपने प्रोडक्ट को सुधार भी सकते हैं.

अपने ग्राहकों के लिए लाभकारी बने और उनसे किए हुए बड़े-बड़े वादों को पूरा करें।

एक बार अपना प्रोडक्ट बिकने लगे उसके बाद आपकी जिम्मेदारियां खत्म नहीं होती अगर आप चाहते हैं कि आपका प्रोडक्ट आपकी आय का एक निरंतर चलने वाला सोर्स बना रहे जरूरी है कि आप अपने ग्राहकों से इस्तेमाल से होने वाले बड़े-बड़े फायदों के बारे में और विज्ञापन में दर्शाए हुए फायदों को असल में पूरा करें।

कोशिश करें कि आप अपने प्रोडक्ट को सजा कर पेश करें और एक ऐसी कीमत निर्धारित करें जो आपको एक अच्छा मार्जन दिलाती हो कम से कम सेल में भी अधिक से अधिक इनकम हो जाए और ढेर सारी ग्राहकों की परेशानी भी ना उठानी पड़े, इसका एक और फायदा यह है कि जो ग्राहक ज्यादा पैसे देकर भी कोई सामान ले रहा है मतलब कि वो एक एक पैसे का हिसाब नहीं करता यानी कि अगर आप का प्रोडक्ट उनकी सारी उम्मीदों पर खरा उतर ना भी तो भी वह उसे वापस करने की शिकायत करने का झंझट मोल नहीं लेंगे।

ऐसे ग्राहकों के लिए आप पैसे वापसी का कंपनसेशन जैसे ऑफर्स भी रख सकते हैं प्रीमियम ग्राहक इसका कभी भी गलत फायदा नहीं उठाएगा इसलिए सोच समझ कर फैसला नहीं ताकि आपको कम से कम मेहनत में ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।

The 4 Hour Workweek बहुत ही अच्छी किताब है आपको इसकी किताब जरूर पढ़नी चाहिए तो अगर आप इसकी किताब पढ़ना चाहते हैं तो आप नीचे दिए लिंक से खरीद सकते हैं।

The 4 Hour Workweek Book Buy NowClick Here…

सारांश –

9 से 5 की डेस्क की जॉब का गुलाम बन कर रहने से अच्छा है कि आप अपनी आमदनी का स्रोत खुद ढूंढे और नई किस्म के अमीरों की सूची में शामिल होकर अभी जिंदगी के सारे लुफ्त उठाएं।

अपने ईमेल को सुबह-सुबह चेक करना छोड़ दें और अपने सभी जरूरी कामों को लंच से पहले खत्म करने की कोशिश करें

अगर आप भी उन ज्यादातर लोगों में से हैं जो सुबह ऑफिस पहुंचते ही इनबॉक्स चेक करते हैं तो आपको जरूरत है अपने आदत को बदलने की क्योंकि आप अपना समय जरुरी कामो में ही लगाए अपनी जरूरी काम लंच खत्म करने के बाद ही अपना इनबॉक्स चेक करें और कभी भी अपना टाइम फालतू की कामों में बर्बाद ना करें।

हेलो दोस्तों इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यबाद मुझे पूरा आशा है की आपको इस पोस्ट से कुछ नया सीखने को मिला होगा और इस पोस्ट का समरी आपको अच्छा लगा होगा तो अगर आपको ये पोस्ट अच्छा लगा हो और कुछ नया सीखने को मिला हो तो अपने दोस्तों और परिवारों से साथ जरूर शेयर करें।

धन्यवाद !

The 4 hour work week Book Summary in Hindi

कुछ अच्छे बुक समरी जो आपको जरूर पढ़ने चाहिए –

1. Rich dad Poor dad Book Summary in Hindi

2. 21 Success Secret of self-made Millionaire Book Summary in Hindi

2 thoughts on “हफ्ते में 4 घंटे काम करें | The 4 hour work week Book Summary in Hindi”

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top