सपने देखने का अधिकार उन्ही को होता है, जो सपनो को पूरा करने का साहस भी रखते हों।
हर बड़े कार्य से पहले उसका सपना देखा जाता है और फिर उसे मूर्तिरूप दिया जाता है।
मात्र इच्छाशक्ति बस यही एक मूलमंत्र है हर सफ़लता के पीछे।
योजना यदि अच्छी है तो उस अभियान को पूरा करने वाले निर्णय भी अच्छे होंगे।
आकारन प्रशंशा करने वाले लोग दूध से ढके विष कुम्भ की तरह होते हैं। जिनसे तुम्हे सचेत सहने की आवश्यकता है।
जब व्यक्ति मित्र और शत्रु में भेद करना भूल जाये, तो समझ लो उसने पतन ही ओर अपना पहला पग उठा लिया है।
बच्चो को पहले 5 वर्ष तक अपने ह्रदय का दुकड़ा मानकर भरपूर्ण प्रेम देना चाहिए।
और अगले 5 वर्ष उन्हें कड़े अनुशासन में रखना चाहिए।
और जब वे 16 वर्ष के हो जाये, तो उन्हें अपना प्रिय मित्र मान लेना चाहिए।
आत्मज्ञान से बड़ा कोई आनंद नहीं, कामुकता से बड़ा कोई व्याधि नहीं, और शारीरिक आकर्षण से बड़ा कोई शत्रु नहीं।
जिन्हे महान बनना है जिन्होंने अपने लिए एक महान लक्ष्य निर्धारित किया है उनके लिए प्रेम, अशक्ति, कामुकता उनके पतन का कारन होती है।
ऐसे ही और पोस्ट के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें।
Click Here