मजबूत बनते हैं समस्यों से, असफलताओं से, संघर्षो से, सफलता से नहीं, सफ़लता से तो दिमाग़ ख़राब होता है।

अपना ध्यान अपने काम पर रखो, और दुनिया का जो काम है वो उन पर छोड़ दो, दुनियां का काम है आपके काम में कमियां निकलना। और आपका काम है अपने काम को अच्छे से करना।

जितनी भी बड़ी सफलता प्राप्त कर लो जीवन में हमेशा वैसे ही रहो, जैसे की आप अंदर से वास्तव में हो, कुछ बनने की कोशिस मत करो।

सफ़लता एक रात में नहीं मिलती, उस एक रात के पीछे 5 साल या 10 साल की मेहनत होती है।

सोचने में टैक्स लगता है क्या? तो चाहें छोटा सोचो चाहें बड़ा सोचो मेहनत बराबर है। तो सोचना ही है तो कुछ बड़ा सोचते हैं न।

बड़े सपने देखो, बड़ा लक्ष्य होना चाहिए, कुछ बड़ा सफ़लता प्राप्त करो, गलत मत करो किसी के भी साथ में।

प्रोफेशन के साथ साथ पैशन को भी रखो, इसलिए नहीं की वहां से पैसा कामना है, बल्कि इसलिए नहीं तो लाइफ बहुत ही बोरिंग हो जाएगी।

कोई भी समस्या कितनी भी बड़ी लग रही हो उस समय, लेकिन आ[ने वाले एक साल बाद आपको याद भी नहीं रहेगी, की मुझे कोई इतनी बड़ी समस्या आती थी।

शिक्षा का सबसे बड़ा लक्ष्य ये होना चाहिए की इंसान का दिमाग खुल जाए। सबकुछ आसान लगने लगे।

आपको क्या चाहिए, जब आप सुबह उठे तो एक कारन होना चाहिए सुबह उठने का और आज काम करने का। वो काम आपके भविष्य के लक्ष्य के अनुसार होना चाहिए।

ऐसे ही और संदीप महेश्वरी कोट्स के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक कर सकते हैं।

Click Here