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Rich Dad Poor Dad Book Summary in Hindi
रिच डैड पुअर डैड बुक समरी
अगर आप अपना मिंडसेट बदलना चाहते हैं यानि अगर आप एक अमीर व्यक्ति के मिंडसेट के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको रिच डैड और पुअर डैड बुक जरूर पढ़नी चाहिए। और इस पोस्ट में मैंने रिच डैड पुअर डैड किताब का सारांश बताया है मुझे आशा है आपको इस किताब के सारांश के माध्यम से रिच डैड पुअर डैड बुक के बारे में बहुत कुछ जानने और इस सारांश से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।
ऑथर रॉबर्ट कियोसकी के दो डैडी थे एक अमीर और दूसरे गरीब! एक बहुत पढ़े लिखे और समझदार थे पीएचडी किये थे और उन्होंने अपने 4 साल के अंदर ग्रेजुएट कार्य को 2 साल से भी कम समय में कर लिया था इसके बाद वह आगे पढ़ने के लिए स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो तथा नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी और यह सब उन्होंने पूरी तरह से स्कॉलरशिप के सहारे किया ऑथर के दूसरे पिता आठवीं से आगे नहीं पढ़े थे।
दोनों अपने करियर में सफल थे दोनों ने जिंदगी भर कड़ी मेहनत की थी और दोनों ने काफी पैसा कमाया था परंतु उसमें से एक पूरी जिंदगी पैसे के लिए परेशान होता रहा और दूसरा हवाई के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक बन गया। एक मरने पर उसके परिवार चर्च और जरूरतमंदों को करोड़ों डॉलर की दौलत मिली और दूसरे अपने पीछे कर्ज छोड़ कर गए।
उनके दोनों डैडी उनको सलाह दिया करते थे लेकिन उनकी सलाह एक ही नहीं थी दोनों ही शिक्षा पर बहुत जोर देते थे परंतु उनके द्वारा सुझाव गए पढ़ाई के विषय अलग-अलग थे। अगर एक डैडी होते तो की दिक्कत नहीं थी तो उन्हीं की बात मान लेते लेकिन जब दो लोग हैं तो वहां पर कन्फ्यूजन आता था कि किसकी बात माने किसकी बात ना माने।
समस्या यह थी कि अमीर डैडी अभी अमीर नहीं थे और गरीब डैडी अभी गरीब नहीं थे। परंतु पैसे के बारे में दोनों लोगों के विचार और नजरिया एकदम अलग अलग था।
उदाहरण के तौर पर एक डैडी कहते थे पैसे का मोह माया सभी बुराइयों का जड़ है जबकि दूसरे डैडी कहा करते थे पैसे की कमी ही सभी बुराइयों की जड़ है।
लेखक कहते हैं मेरा बहुत सर समय सोच विचार में ही गुजर जाता था मैं खुद से बार-बार इस तरह से सवाल पूछा करता था उन्होंने ऐसा क्यों कहा?
धन दौलत का विषय स्कूल में नहीं बल्कि घर पर पढ़ाया जाता है शायद इसीलिए अमीर लोग और ज्यादा अमीर होते जाते हैं जबकि गरीब लोग और ज्यादा गरीब होते जाते हैं।
लेखक कहते हैं मेरे दो डैडी थे और मैं दोनों से ही सीखा। मुझे दोनों की सलाह पर सोचना पड़ता था इस तरह से सोचते-सोचते मैंने भी जान लिया कि किस व्यक्ति के विचार उसकी जिंदगी पर कितना जबरदस्त प्रभाव डाल सकते हैं। उदाहरण के तौर पर एक डैडी यह कहते थे कि मैं यह नहीं खरीद सकता। और दूसरे डैडी कहां करते थे मैं इसे कैसे खरीद सकता हूं?
मेरे जल्द ही अमीर बनने वाले डैडी ने मुझे समझाया कि जब हम कहते हैं मैं इसे नहीं खरीद सकता तो हमारा दिमाग काम करना बंद कर देता है इसके बजाय हम यह सवाल पूछते हैं मैं इसे कैसे खरीद सकता हूं तो हमारा दिमाग काम करने लगता है ।
और ऐसे ही दोनों डैडी में जमीन और आसमान का अंतर था एक डैडी की सोच थी कि अमीरों को ज्यादा टैक्स देना चाहिए ताकि बेचारे गरीबों को ज्यादा फायदा मिल सके जबकि दूसरे डैडी कहते थे टैक्स उन लोगों को सजा देता है जो उत्पादन करते हैं और उन लोगों को इनाम देता है जो काम नहीं करते हैं।
एक डैडी सिखाते थे मेहनत से पढ़ो ताकि तुम्हें किसी अच्छी कंपनी में नौकरी मिल जाए जबकि दूसरे डैडी किसी कहते थे मेहनत से पढ़ो ताकि तुम्हें किसी अच्छी कंपनी को खरीदने का मौका मिल जाए ।
एक डैडी कहते थे मैं इसलिए अमीर नहीं हूं क्योंकि मुझे बाल बच्चों को पालना पड़ता है दूसरी डैडी कहते थे
मुझे इसलिए अमीर बनना है क्योंकि मुझे यह बाल बच्चों को पालना है।
एक डैडी कुछ डॉलर बचाने के लिए परेशान रहें और दूसरे डैडी एक के बाद एक निवेश करते रहें।
एक डैडी ने मुझे बताया कि अच्छी नौकरी तलाशने के लिए अच्छा सा बायोडाटा कैसे लिखा जाए दूसरे ने मुझे सिखाया कि कैसे मजबूत व्यवसायिक वित्तीय योजनाएं लिखी जाए जिससे मैं नौकरियां दे सकूं।
मेरे गरीब डैडी कहा करते थे मेरे पैसे में कोई रुचि नहीं है या पैसा महत्वपूर्ण नहीं है मेरे अमीर डैडी हमेशा कहते थे पैसे में बहुत ताकत है।
नव वर्ष की उम्र में मैंने यह फैसला किया पैसे के बारे में मैं अपने अमीर डैडी की बात सुन लूंगा और उनसे सीख लूंगा या फैसला करने का मतलब था अपने गरीब डैडी की बातों पर ध्यान ना देना हालांकि उनके पास कालेज की बहुत सी डिग्रियां थी जो मेरे अमीर डैडी के पास नहीं थी।
मेरे अमीर डैडी ने मुझे 30 साल से भी ज्यादा समय तक सिखाया और तब तक जब तक कि मेरी उम्र 39 साल नहीं हो गई और इसके बाद उन्होंने सिखाना बंद कर दिया उन्होंने यह देख लिया था कि मैं वह सब समझ चुका हूं जो वह मेरी मोटी बुद्धि में भरने की कोशिश कर रहे थे।
लेखक कहते हैं जब मैं 9 साल का था तब से मेरे में अमीर डैडी ने मुझे 6 सबक सिखाएं थे जो मैं इस किताब के माध्यम से आप लोगों के साथ शेयर करता हूं।
सबक 1. अमीर लोग पैसे के लिए काम नहीं करते।
सबक 2. पैसे की समझ क्यों सिखाई जानी चाहिए।
सबक 3. अपने काम से काम रखो ।
सबक 4. टैक्स का इतिहास और कॉरपोरेशन की ताकत।
सबक 5. अमीर लोग पैसे का अविष्कार करते हैं।
सबक 6. सीखने के लिए काम करें पैसे के लिए काम ना करें।
सबक 1. अमीर लोग पैसे के लिए काम नहीं करते।
रॉबर्ट कियोसकी ने अपने डैडी से कहा कि मुझे अमीर बनना है मुझे पैसे कमाने हैं? रॉबर्ट के डैडी ने कहा अगर तुम्हें अमीर बनना है तो तुम्हें पैसे बनाने होंगे और मुझे नहीं पता था ऐसे कैसे बनाए जाते हैं।
फिर रॉबर्ट कियोसकी और उनके दोस्त माइक दोनों ने मिलकर पैसे कमाने की सोचा। और उन्होंने अपने पड़ोसियों के घर पर जाकर बोल दिया कि उन्हें जब टूथपेस्ट खत्म हो जाए तो रख लेंगे और उन्हें दे देंगे। रॉबर्ट और उनके दोस्त ने मिलकर टूथपेस्ट के खाली ट्यूब को इकट्ठा किया और उसे गला कर सिक्के बनाने लगे यानी पैसे बनाने लगे। Rich Dad Poor Dad Book Summary in Hindi
लेकिन जब उनके पिता ने देखा और बोले रॉबर्ट घर पर सिक्के बनाना गैरकानूनी है तो रॉबर्ट और उनके दोस्त का ये मिशन असफल हो गया। इसके बाद रॉबर्ट के पिता ने कहा कि अगर तुम लोग पैसा कमाना सीखना चाहते हो तो तुम लोगों को माइक के पिता माइक के डैडी से सीखना चाहिए।
माइक रॉबर्ट का दोस्त था। और राबर्ट माइक के डैडी को अपना रिच डैड कहते थे।
माइक और रॉबर्ट अपने रिच डैड के पास गए जानने के लिए गए कि पैसे कैसे कमाया जाता है।
रिच डैड ने बोला मैं तुम लोग को पैसे कमाना तो सिखा दूंगा लेकिन उसके लिए तुम लोगों को मेरे साथ काम करना होगा। उस काम के बदले मैं तुम लोगों को सिखाऊंगा। रॉबर्ट और माइक ने हां कर दिया। और वह दोनों शनिवार को आते और 3 घंटे काम करते हैं जिसके बदले में रिच डैड उन्हें 10 सेंट प्रति घंटे दिया करते थे।
रॉबर्ट और माइक 10 सेंट के बदले वहां डब्बू की सफाई किया करते थे। लेकिन रॉबर्ट के लिए पैसे बहुत कम थे और वह यहां से कुछ सीख भी नहीं रहे थे। रॉबर्ट ने 3 हफ्ते बाद काम छोड़ना चाहते थे क्योंकि उनके पुअर डैड ने उनसे बोला कि 10 सेंट तो बहुत कम है कम से कम 25 सेंट अपनी वेतन करवाओ नहीं तो फिर छोड़ देना चाहिए।
रॉबर्ट फिर अपने रिच डैड के पास गए और बोला मैं यह काम नहीं करूंगा क्योंकि आपने बोला था सिखाने के लिए और आपने कुछ सिखाया नहीं और इसमें मुझे पैसे भी कम मिल रहे हैं इसलिए मैं यह काम नहीं करूंगा।
फिर रिच डैड ने बोला मुझे पता था तुम यह काम छोड़ दोगे अगर तुम यह काम करते रहते हैं और इससे तुम खुश रहते तो फिर मैं तुम्हें बोल देता कि मैं तुम्हें नहीं सीखा पाऊंगा लेकिन मुझे खुशी है कि तुमने इस काम को मना कर दिया करने से यानी तुम सच में कुछ सीखना चाहते हो और कुछ बड़ा करना चाहते हो।
रिच डैड ने कहा रॉबर्ट क्या तुम सच में सीखना चाहते हो की अमीर कैसे बना जाए तो इसके लिए तुम जो काम कर रहे हो वह करते रहो लेकिन अब से तुम्हें इसके लिए पैसे नहीं मिलेंगे।
रॉबर्ट ने बोला पैसे नहीं मिलेंगे? रिच डैड नहीं बोला नहीं पैसे तो नहीं मिलेंगे और तुम्हें सीखना है या नहीं सीखना है यह बताओ रॉबर्ट ने कहा ठीक है।
लेकिन यह बात रॉबर्ट ने अपने पुअर डैड को नहीं बताई कि उन्हें अब पैसे नहीं मिलते हैं इस काम के लिए।
और ऐसे ही रॉबर्ट बिना पैसे के काम करते रहें। और ऐसे ही रॉबर्ट बिना पैसे के काम करना सीखें। एक दिन उन्हें दिखा कि कोई कॉमिक्स बेचने वाला आया था। और उन्होंने वहां से देखा और उन्हें एक विचार आया फिर हम और माइक दोनों कॉमिक्स का बिजनेस शुरू करते हैं।
और फिर रॉबर्ट ने माइक के घर में एक कॉमिक्स की लाइब्रेरी खोल देते हैं और माइक की बहन वहां की लाइब्रेरीयन बन जाती है। और ऐसे ही रॉबर्ट और माइक लगभग हफ्ते की $10 कमाई कर लेते थे और उसमें से $1 माइक की बहन को दे देते थे। और और अब रॉबर्ट फ्री रहते थे। और उन्हें अब पता चल चुका था की पैसे के लिए काम नहीं किया जाता है बल्कि पैसा हमारे लिए काम करता है।
रॉबर्ट कहते हैं -ज्यादा तनख्वाह देने के बजाय हमें रिच डैड ने हमें इतनी बढ़िया नसीहत दी।
सबक 2. पैसे की समझ क्यों सिखाई जानी चाहिए।
अगर अमीर बनना है तो पैसे की समझ होनी चाहिए। संपत्ति (Asset ) क्या होती है दायित्व ( Liabilities ) क्या होता है, आय क्या होता है व्यय क्या होता है। इन सब चीज़ो के बारे में पता होना बहुत जरूरी है।
रॉबर्ट के पुअर डैड पढ़े लिखे थे और अच्छे पैसे कमाते थे लेकिन उन्हें पैसे की समझ नहीं थी इसलिए वे पैसे बचा नहीं पाते थे। और वे जितना कमाते थे उतना ही कर्जे में डूबे रहते थे।
क्योंकि इनको संपत्ति और दायित्व का अंतर नहीं पता था। और हमेशा संपत्ति खरीदनी चाहिए अगर आप अमीर बनना चाहते हैं तो आपको बस इतना जानने की जरूरत है।
अमीर लोग संपत्ति इकट्ठा करते हैं गरीब और मध्यवर्गीय लोग दायित्व इकट्ठा करते हैं, मजे की बात यह है कि उन लोगों को यह लगता है कि वह संपत्ति इकट्ठा कर रहे हैं।
बहुत लोगों को यह नहीं पता होता कि जब वह एक नया घर ले रहे हैं तो उनका संपत्ति है या दायित्व। जबकि घर एक दायित्व है क्योंकि इसमें हमारे पैसे खर्च होते हैं ना कि यहां से हमें पैसे मिलते हैं।
रॉबर्ट के पढ़े-लिखे पुअर डैड का फाइनेंसियल स्टेटमेंट में जितना आय है उतना ही व्यय है मतलब जितना वह कमाते थे उतना खर्च कर देते थे। और संपत्ति उनके पास बहुत ही कम थी और दायित्व उनके पास बहुत ही ज्यादा था। Rich Dad Poor Dad Book Summary in Hindi
और रॉबर्ट के रिच डैड की आय ज्यादा थी और व्यय कम था। और संपत्ति इनके पास ज्यादा थी और दायित्व कम था। और नतीजा यह होता है कि अमीर लोग और अमीर होते जाते हैं क्योंकि उन्हें पता नहीं होता है कि उन्हें अपने पैसे कहां खर्च करने हैं कहां नहीं खर्च करने हैं।
इसलिए हमेशा अपने पैसों का संपत्ति खरीदना चाहिए ना कि दायित्व। आज एक अच्छी बात यह है कि ज्यादातर लोग यह बातें समझते हैं और इसलिए उन्होंने म्यूच्यूअल फंड और स्टॉक मार्केट में पैसा लगाना शुरू कर दिया है। निवेश में हुई बढ़ोतरी के कारण ही हमने स्टॉक मार्केट में इतनी तेजी देखी है।
आज मध्यवर्गीय की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए नए-नए म्युचुअल फंड बनते जा रहे हैं। म्यूच्यूअल फंड इसलिए लोकप्रिय हैं क्योंकि वह सुरक्षा के प्रतीक हैं।
इस आसान सबक को याद रखें। अमीर सम्पत्ति खरीदते हैं और गरीब केवल खर्च करते हैं। मध्यवर्ग दायित्व खरीदता है परंतु यह सोचते है कि वह सम्पत्ति खरीद रहे है।
सबक 3. अपने काम से काम रखो
ज्यादातर लोगों को दूसरों के लिए काम करते हैं बस अपने लिए काम नहीं करते वह पहले तो कंपनी के मालिक के लिए काम करते हैं फिर टैक्स के कारण सरकार के लिए काम करते हैं और फिर बैंक के लिए काम करते हैं।
लोग जिंदगी में पैसे की तंगी इसलिए आती है क्योंकि वह अपनी सारी जिंदगी दूसरों के लिए काम करते रहते हैं कई लोगों के पास तो जिंदगी भर काम करने के बाद भी अपने लिए कुछ नहीं बच पाता।
असली संपत्ति कई तरह की होती हैं। जैसे ऐसे बिजनेस जिनमें मेरे होने की जरूरत ना हो मैं उनका मालिक जरूर हूं परंतु उन्हें लोग चलाते हैं अगर मुझे वहां काम करना पड़े तो या बिजनेस नहीं होगा यह मेरी नौकरी होगी।
और स्टॉक बॉन्ड म्यूच्यूअल फंड आमदनी देने वाला रियल स्टेट आई ओ यू नोट्स बौद्धिक संपदा जैसे संगीत पटकथा पेटेंट से मिलने वाली रॉयल्टी और हर ऐसी चीज जिसकी कीमत बढ़ जाती है।
एक बार अपने बिजनेस को बनाने उसमें निवेश करने का समय निकाल लेते हैं तो फिर आप उसमें जादू की छड़ी घुमा सकते हैं। जो अमीरों का सबसे बड़ा रहस्य है यह रहस्य अमीरों को भीड़ से आगे रखता है और अपने काम से काम रखने का ही नाम जो आपको इस राह पर चलने के लिए मिलता है जिस पर हम लोग चलते हैं।
सबक 4. टैक्स का इतिहास और कॉरपोरेशन की ताकत
अमीर डैडी ने माइक और मुझे यह समझाया है कि इंग्लैंड और अमेरिका में पहले कोई टैक्स नहीं लगते थे। ब्रिटेन में 1799 से 1816 के बीच नेपोलियन से युद्ध के समय टैक्स लगाया गया था और अमेरिका में 1861 से 1865 के बीच सिविल वार के खर्चे को जुटाने के लिए टैक्स लगाया गया था।
1874 में इंग्लैंड ने इनकम टैक्स को अपने नागरिकों पर स्थाई रूप से लागू कर दिया। अमीर डैडी कहते थे। इंटेक्स का विचार लोकप्रिय बना और उसे ज्यादातर लोगों ने सिर्फ इसलिए माना क्योंकि उन्हें यह बताया गया है कि टैक्स अमीरों को सजा देने और मध्य वर्ग तथा गरीबों को मदद देने का साधन है इसी कारण जनता ने टैक्स कानून के समर्थन में वोट दिए और यह वैज्ञानिक बन गया हालांकि इसका मकसद अमीरों को दंड देना है परंतु दरअसल यह उन्हीं लोगों को दंड देता है जिन्होंने इसका समर्थन किया था एनी गरीब लोग और मध्यवर्ग को।
एक बार सरकार ने पैसे का स्वाद चख लिया तो उसकी भूख बढ़ती गई अमीर डैडी ने कहा तुम्हारे डैडी और मैं पूरी तरह से विरोध में है। समस्या यह थी कि सरकार के पैसे की भूखी इतनी बढ़ गई कि जल्द ही मध्यवर्ग पर टैक्स लगाने और नौबत आ गई और वहां से धीरे-धीरे टैक्स के बोझ नीचे की तरफ आता गया।
इससे बचने के लिए आपको तीन चीजें आनी चाहिए नंबर एक है अकाउंटिंग नंबर दो है निवेश और नंबर तीन है बाजार की समझ और नंबर 4 है कानून।
टैक्स लाभ एक कारपोरेशन कई ऐसी चीजें कर सकता है जो एक आदमी नहीं कर सकता जैसे कि यह टैक्स देने के पहले खर्च कर सकता है यह विशेषज्ञता का एक ऐसा क्षेत्र है जो बहुत रोमांचक है परंतु इसमें अंदर घुस ना तब तक जरूरी नहीं है जब तक कि आपका बिजनेस संपत बहुत बड़ी ना हो। और भी ऐसे बहुत से खर्चे हैं जो टैक्स चुकाने के पहले किए जाते हैं।
कारपोरेशन के मालिक अमीर लोग कमाते हैं खर्च करते हैं टैक्स चुकाते हैं। कारपोरेशन के लिए काम करने वाले कर्मचारी कमाते हैं टैक्स चुकाते हैं खर्च करते हैं। आप की संपूर्ण फाइनेंसियल राजनीति के लिए आप की संपत्तियों के चारों तरफ कारपोरेशन का ज्ञान होना बहुत जरूरी है।
सबक 5. अमीर लोग पैसे का अविष्कार करते हैं।
लेखक ने कहा 300 साल पहले जमीन की संपत्ति थी। इसलिए जिस आदमी के पास जमीन थी उसके पास संपत्ति फिर फैक्ट्री क्या आई उत्पादन शुरू हुआ और अमेरिका ने अपना दबा दब बना लिया उद्योगपति के पास संपत्ति आ गई और सूचना का युग है इसलिए जिस आदमी के पास जितनी ज्यादा जल्दी सूचना आ जाती है वह अमीर हो जाता है समस्या यह है कि सूचना दुनिया भर में प्रकाश की गति से उड़ रही है इस नई संपर्क को सीमाओं और दायरों में नहीं बांधा जा सकता जिस तरह जमीने या फैक्ट्रियों को बांधा जा सकता है।
आज मैं इतने सारे लोगों को संघर्ष करते देखता हूं और ज्यादा कड़ी मेहनत करते देखता हूं और ऐसा सिर्फ इसलिए होता है क्योंकि वह पुराने विचारों को कसकर पकड़े रहते हैं। कोई समय के साथ खुद नहीं बदलते।
1984 में मैं करोड़ों कमा रहा हूं और सिर्फ इसी लिए कमा रहा हूं क्योंकि स्कूल सिस्टम वह नहीं सिखाता जो मैं सीख रहा हूं।
और इस तरह सीखकर मैंने रियल स्टेट में लाखों डॉलर कमाए हैं। जैसे मैंने $75000 का घर $20000 खरीदा।
मैंने अपने मित्र से $2000 का लोन लिया 90 दिनों के इस लोन पर ब्याज $200 था मैंने वकील को कैशियर का चेक दिए दे दिया जब अनुबंध की कार्रवाई चल रही थी तब मैंने अखबार में विज्ञापन दिया कि $75000 का घर के और $60000 में बिकाऊ है और किसी डाउन पेमेंट की जरूरत नहीं है मेरा फोन तत्काल व्यस्त हो गया और लगातार बजने लगा संभावित खरीदारों को छांटा गया .
और एक बार मकान कानूनी रूप से मेरे नाम हो गया तो सभी संभावित खरीदारों को घर देखने की इजाजत दी गई अत्यंत रोमांचकारी घटनाक्रम के बीच कुछ ही मिनटों में बिक गया मैंने 2500 डॉलर की प्रोसेसिंग फी मांगी। जो उन्होंने खुशी खुशी दे दी और इसके बाद कानूनी नाम अंतर की कार्रवाई शुरू हो गई मैंने अपने मित्र के $2000 के कर्ज में $200 ब्याज मिलाकर उसे दे दिया वह खुश था घर खरीदने वाला खुश था वकील भी खुश था।
मैं भी खुश था मैं $20000 में खरीदे गए घर को $60000 में बेच दिया था मेरे पास खरीददार का शपथ पत्र था। जिसने मेरे संपत वाले कॉलम में $40000 जमा कर दिए थे और इस पूरी कार्रवाई में कुल 5 घंटे लगे थे।
अगर आप निवेशक बन्ना चाहते हैं तो आपको मुख्य रूप से तीन चीजें विकसित करने की जरूरत है फाइनेंशियल इंटेलिजेंस के अलावा इन बातों की जरूरत होगी।
ऐसे मौके को खोजें जो दूसरों के दिखाई ना देता हो। दूसरे लोग अपनी आंखों से उस मौके को नहीं देख पाएंगे पर आप अपने दिमाग से उस मौके को देख सकते हैं । और निवेशक बने और अपने पैसों को इन्वेस्ट करना सीखें। जोखिम तो हमेशा रहता है इसलिए इससे बचने के बजाय इसे मैनेज करना सीखें।
सबक 6. सीखने के लिए काम करें पैसे के लिए काम ना करें।
1995 में मैंने सिंगापुर एक अखबार में इंटरव्यू दिया। युवा महिला रिपोर्टर थी। युवा महिला रिपोर्टर मुझसे पूछी कि मैं भी आपकी तरह बेस्टसेलिंग लेखक बनना चाहती हूं ।
उसके लेखक शैली बहुत अच्छी थे
और वह अच्छे से पुस्तक लिख लेते थे । कौन सी चीज आपको अपने सपनों को हकीकत में बदलने से रोक रही है। मेरा काम कहीं का कहीं जाता है हर आदमी करता है कि मेरे उपन्यास बढ़िया है परंतु कुछ नहीं होता इसलिए मैं अखबार के लिए काम कर रही हूं कल कम से कम इसे मेरा खर्च तो चल जाता है इसलिए आप इस बारे में कोई सुझाव देना चाहोगे। Rich Dad Poor Dad Book Summary in Hindi
जी हां बिल्कुल मैंने कहा मेरा एक दोस्त है वहां एक स्कूल चलाता है वह सिंगापुर के कई छोटी कारपोरेशन के लिए सेल्स ट्रेंनिंग कोर्स चलाता है मैं समझता हूं कि उसकी कोर से में शामिल होने से आपका कैरियर बहुत ही ज्यादा विकसित हो जाएगा।
आप क्या कहना चाहते हैं बिक्री सीखने के लिए मुझे स्कूल जाना पड़ेगा? मैंने संपत्ति में सिर हिलाया हां।
आप सचमुच ऐसा कह रहे हैं या मजाक कर रहे हैं। मैंने बोला हां। इसमें गलत क्या है।
मैं सेल्समैन बन्ना सीखने के लिए स्कूल क्यों जाऊं मैं एक प्रोफेशनल हूं। मैं एक प्रोफेशनल में प्रशिक्षित होने के लिए स्कूल गई थी ताकि मुझे सेल्समैन ना बनना पड़े मैं सिर्फ सेल्स मैनसे नफरत करती हूं उन्हें केवल पैसा चाहिए होता है तो आप मुझे बताएं कि मैं सेल्स क्यों करू।
कॉफी टेबल पर मेरी एक बेस्ट सेलिंग पुस्तक रखी हुई थी मैंने उसे उठाया और उस महिला द्वारा लिखे गए नोट्स को अपने दूसरे हाथ में रखा। क्या आप इसे देख सकती हैं। मैंने उसके नोट्स की तरफ इशारा किया।
उसके पैर पर उसने लिखा था “रॉबर्ट कियोसकी बेस्ट सेलिंग लेखक“।
यहां पर बेस्ट सेलिंग लेखक लिखा हुआ है ना कि बेस्ट राइटिंग लेखक! उनकी आंखें तत्काल फैल गई।
मैंने बोला मैं बहुत बुरा लेखक हूं आप बहुत बढ़िया लेखिका है मैं सेल्स स्कूल गया हूं आपके पास मास्टर की डिग्री है दोनों को इकट्ठा कर लें और आप एक बेस्ट सेलिंग लेखिका और बेस्ट राइटिंग लेकर बन सकती हैं।
उनकी आंखों में गुस्सा था और बोली मैं कभी इतनी नीचे नहीं गिरी हुई बिक्री सीखने के लिए प्रशिक्षण में आप जैसे लोगों को लिखना ही नहीं चाहिए मैं प्रोफेशन लिखता हूं और आप एक सेल्समैन है या सही नहीं है।
जब मैं योगेश मर्चेंट मरीन अकैडमी से 1969 में ग्रेजुएट हुआ तो मेरे पढ़े लिखे डैडी खुश हुए स्टैंडर्ड ऑल ऑफ कैलिफ़ोर्निया ने मुझे अपने आयल टैंकर प्लेट में काम दे दिया। मेरी शुरुआती तनख्वाह $42000 प्रति वर्ष थी जिसमें ओवरटाइम भी मिलता था और मुझे केवल 7 महीने काम करना पड़ता था बाकी के मैं ही 5 महीने मेरी छुट्टियां होती थी। 5 महीना छुट्टियों के बदले अपनी तनख्वाह दुगनी कर सकता था ।
मेरे सामने एक बहुत बढ़िया कैरियर था परंतु मैंने 6 महीने बाद ही इस्तीफा दे दिया।
माइनक्राफ्ट में भर्ती हो गया ताकि हवा में हवाई जहाज उड़ाना सीख सकूं मेरे पढ़े-लिखे डैडी का दिल टूट गया अमीर डैडी ने मुझे बधाइयां दी।
मेरे पढ़े लिखे हुए डैडी के लिए नौकरी की सुरक्षा ही सब कुछ थी मेरे अमीर डैडी के लिए सीखना ही सब कुछ था।
आप सभी को दो महान उपहार दिए गए हैं आपका दिमाग और आपका समय। या आपके हाथ में है कि आप इंकार मनचाहा उपयोग कर सकते हैं आपके हाथ में है आने वाले हर डॉलर से आपको और केवल आपको व ताकत मिल सकती जाती है जो आपकी तकदीर बनाती है .
अभी करती है अगर आप इसे मूर्खतापूर्ण तरीके से खर्च करते हैं तो आप एक गरीब रहने का विकल्प चुनते हैं अगर आप इसे दायित्व पर खर्च करते हैं तो आप मध्यवर्गीय में बने रहते हैं अगर आप इसे अपने दिमाग के में निवेश करते हैं और यह सीख लेते हैं कि किस तरह संपत्तियों को बनाया जाता है तो तो आप दौलतमंद होने का विकल्प चुनते हैं। चुनाव आपका है और केवल आपका हर दिन हर डालर के साथ आप अमीर गरीब मध्यवर्गीय होने का विकल्प चुनते हैं।
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मुझे पूरा आशा है आपको रिच डैड पुअर डैड बुक सम्मरी से बहुत कुछ सीखने को मिला होगा। आपको यह पोस्ट कैसा लगा आप कमेंट करके बता सकते हैं जिससे हमे मोटिवेशन मिलती है ऐसे और बुक्स पढ़कर बुक समरी बनाने में, और अगर यह पोस्ट आपको अच्छा लगा हो, तो आप इसे अपने परिवार और दोस्तों को शेयर भी कर सकते हैं।
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