हेलो दोस्तों आज हम बात करेंगे एक बहुत ही बड़े समस्या के समाधान पर,जो की हैं बच्चो को मोबाइल की लत लग जाना, अभी इस समय यह समस्या बहुत ही तेजी से बढ़ रहा हैं और यह समस्या केवल बच्चो को ही नहीं है बल्कि लगभग हर व्यक्ति को मोबाइल से लत लग जा रहा हैं तो आज हम बात करेंगे की मोबाइल से लत क्यों लग रहा और इससे छुटकारा कैसे पाएं तो चलिए शुरू करते हैं।
How to Get rid of Smart Phone addiction in Hindi
लत या व्यसन क्या है?(What is addiction in Hindi) –
लत या एडिक्शन एक प्रकार का बीमारी हैं जिसे बायोसाइको सोशल डिसऑर्डर कहा जाता हैं, किसी भी चीज का लत लगने कर कारण बहुत ही साधारण हैं, लत लगने का कारण ये होता हैं की जब हम कोई ऐसा चीज करते हैं जिससे हमें आनंद मिलता है या फिर मोटिवेशन या फिर रिवार्ड मिलता है जिसकी वजह से हमारे दिमाग में एक डोपामीन नांम का केमिकल निकलता हैं।
और इस केमिकल की वजह से हमे ख़ुशी या आनंद मिलता हैं इस मजे या आनंद को लेने के लिए हम बार बार वो काम करते हैं, जिसकी वजह से हम उस केमिकल से एडिक्ट हो जाते हैं और उस केमिकल के लिए हम बार बार उस काम को करते हैं जिससे हमे उस काम को करने की आदत लग जाती हैं और इसी बुरी आदत को एडिक्शन या लत लग जाना कहते हैं।
लत हमे ऐसे बहुत से चीजों से लगता हैं जिसमे हमे मज़ा आता हैं जैसे – हम स्मार्ट फ़ोन से एडिक्ट हो जाते हैं या फिर शराब से या फिर ड्रग से या फिर सिगरेट से या फिर तम्बाकू से या फिर मोबाइल में गेम से, या फिर गन्दी वीडियोस से या फिर सोशल मीडिया से और ऐसे ही बहुत से चीजों से हम एडिक्ट हो जाते हैं या इन चीजों से हमारी लत लग जाती हैं और इनमे से जो सबसे बुरी एडिक्शन है वो है स्मार्ट फ़ोन का, इसलिए आज हम स्मार्ट फ़ोन से एडिक्शन के समाधान के बारे में बात करेंगे।
आपको कैसे पता चलेगा कि आपको फोन की लत है?(Symptoms of Smart Phone Addiction in Hindi)
1. जब आप अपने फोन को बिना किसी जरुरत के फ़ोन को अनलॉक करके प्रयोग करने लगते हैं इसका मतलब है की आपको अपने फ़ोन से लत लग चुकी हैं
2. जब आप किसी काम को करने के लिए अपने फ़ोन का प्रयोग करते हैं और वो काम ख़तम करने के बाद भी अगर आप फ़ोन का प्रयोग करते रहते हैं इसका मतलब हैं की आपको फ़ोन से लत लग गई हैं।
3. अगर आप अपने फ़ोन का कम से कम प्रयोग करने का प्रयास करते हैं, लेकिन फिर भी आप अपने फ़ोन का प्रयोग करना कम नहीं कर पाते, तो इसका मतलब आपको अपने फ़ोन से लत हैं।
4. अगर आप लगातार फ़ोन में व्यस्त रहते हैं तो भी आप फ़ोन से एडिक्ट हैं।
5. जब आप दुखी होते हैं या कोई समस्या होती है तो अगर आप अपने स्मार्ट फ़ोन का प्रयोग करते हैं खुश होने के लिए इसका मतलब है की आप अपने फ़ोन से एडिक्ट हैं।
6. यदि आप अपने फ़ोन को इतना उपयोग करते हैं की आपको समय का पता की नहीं चलता तो आपको अपने फ़ोन से लत लग गया हैं।
7. अगर आप फ़ोन के ज्यादा उपयोग से घर में लड़ाई या रिश्ते में दरार होता हैं तो आप फ़ोन से एडिक्ट हैं।
8. और अगर आप को नए स्मार्ट फ़ोन की जरुरत होती हैं या आप अपने फ़ोन की एप्लीकेशन को ज्यादा प्रयोग करते हैं इसका मतलब आपको फ़ोन से लत लग गई हैं ।
9. यदि कुछ समय के लिए फ़ोन आपसे दूर कर दिया जाये और आपको उसकी वजह से गुस्सा हो, तनाव हो, चिंता हो, चिड़चिड़ापन महसूस हो, बेचैनी हो तो इसका मतलब आपको फ़ोन से लत लग गई हैं।
10. ऑनलाइन गेम ज्यादा समय तक खेलना और इंस्टाग्राम यानि सोशल मीडिया पर ज्यादा वीडियोस देखना ये सब लक्षण है की आपको फ़ोन की लत लग गई है।
11. देर रात तक बिना की जरुरत के मोबाइल फ़ोन का उपयोग करना और खाना खाते समय मोबाइल का उपयोग करते हैं तो इसका मतलब आप फ़ोन से एडिक्ट हो चुके हैं।
ये सब संकेत है की आपको अपने फ़ोन से लत लग गई है या नहीं आप इससे पहचान सकते हैं, तो चलिए आगे देखते है लत लगने से नुक्सान क्या होती हैं।
स्मार्ट फोन की लत के दुष्प्रभाव (Mobile Phone addiction Side effects in Hindi) –
मोबाइल फ़ोन की लत लग जाने से यानी मोबाइल को ज्यादा प्रयोग करने से हमारे शरीर पर बहुत ही बड़ा दुष्प्रभाव पड़ता है। इसका दुष्प्रभाव हमारे शरीर पर दो प्रकार से पड़ता हैं एक हैं शारीरिक प्रभाव (Physical effects) और दूसरा है मनोवैज्ञानिक प्रभाव (Psychological effects) तो चलिए इन दोनों प्रभाव के बारे में विस्तार से जानते हैं।
1 . शारीरिक प्रभाव (Physical effects)
स्मार्ट फ़ोन का ज्यादा प्रयोग करने से हमारे शरीर पर ऐसे दुष्प्रभाव पड़ते हैं जिससे हमारा शरीर पूरी तरह से बीमार पड़ सकता है और उस बीमारी को ठीक करना असंभव होता हैं। तो चलिए देखते हैं की कौन कौन की समस्या आती हैं।
जब आप 2 घंटे से अधिक समय तक डिजिटल स्क्रीन यानि मोबाइल देखते हैं तो आपके आँख में दर्द होता है और आपको परेशानी होती हैं और आँख की रोशनी कम होने लगती हैं।
मोबाइल ज्यादा प्रयोग करने से आंखों में जलन और खुजली होने लगती है और आँखों से धुंधला दिखाई देने लगता हैं।
आँखों की थकान होती है और डिजिटल आई स्ट्रेन सिरदर्द का कारण बन सकता है।
अगर आप अपने मोबाइल या लैपटॉप को गर्दन नीचे करके ज्यादा देखते हैं तो गर्दन में दर्द होती हैं जिससे आपको टेक्स्ट नेक की बीमारी हो सकती हैं।
हर 6 में से 1 मोबाइल फ़ोन में कुछ ऐसे बैक्टीरया पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को बहुत ही नुक्सान पंहुचा सकते हैं इसलिए खाना खाते वक्त मोबाइल नहीं चलाना चाहिए।
मोबाइल पर बैक्टीरिया की वजह से हड्डियों, जोड़ों, सर्जिकल घावों, रक्तप्रवाह, हृदय वाल्व और फेफड़ों में जानलेवा संक्रमण भी हो सकते हैं।
बहुत से लोग मानते हैं कि वे वाहन चलाते समय अपने फोन का उपयोग कर सकते हैं और मल्टीटास्क कर सकते हैं, लेकिन इससे खुद का और अन्य लोगों को सड़क पर खतरे में डालते है।
गाड़ी चलाते समय मोबाइल चलाना उतना ही खतरनाक है जितना की शराब पीकर गाड़ी चलाना हैं।
स्मार्ट फोन विकिरण शुक्राणुओं की संख्या, शुक्राणु की गतिशीलता और व्यवहार्यता को कम कर सकता है।
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2. मनोवैज्ञानिक प्रभाव (Psychological effects) –
स्मार्ट फ़ोन के लत लगने से ऑनलाइन गेम ज्यादा समय तक खेलने से हमारे मस्तिष्क पर इसका बहुत ही बड़ा दुष्प्रभाव पड़ता हैं यहाँ तक की बहुत से बच्चो का दिमाग ख़राब हो चूका है ज्यादा ऑनलाइन गेम खेलने से ।
रात में सोने से पहले मोबाइल का प्रयोग करने से रात में नींद नहीं आती हैं। क्योंकि सेल फोन से निकलने वाली रोशनी मस्तिष्क को सक्रिय कर देती है।
मोबाइल के ज्यादा उपयोग से चिंता और दुःख होता है।
मोबाइल एडिक्शन की वजह से लोग असली दुनिया से हटकर ऑनलाइन यानि नकली दुनिया में जीते हैं।
कॉलेज के छात्र जो अपने सेल फोन का सबसे अधिक उपयोग करते हैं, उनके मोबाइल न होने के दौरान चिंतित होने की संभावना अधिक होती है।
अगर आप मोबाइल को कण्ट्रोल नहीं पा रहे, तो मोबाइल आपको कण्ट्रोल करेगा !
मोबाइल की लत से छुटकारा कैसे पाएं?(How to get rid of Mobile addiction in Hindi) –
मोबाइल फ़ोन एडिक्शन एक ऐसी एडिक्शन हैं जिसमे सबसे ज्यादा लोग एडिक्ट होते हैं, बच्चे जब 2 साल के होते हैं अगर उन्हें फ़ोन दे दिया जाये तो वे भी उस फ़ोन से एडिक्ट हो जाते हैं और जिनकी उम्र 50 से 60 साल है उनमे भी ऐसे लोग हैं जो मोबाइल में सोशल मीडिया से एडिक्ट हो जाते हैं और जो युवा हैं उनका तो कुछ कहा ही नहीं जा सकता सभी लगभग रोज 10 घंटे फ़ोन चलाते हैं और अच्छे से लत लग चुकी हैं।
अगर आप मोबाइल फ़ोन की लत से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले समझना होगा की आपको मोबाइल फ़ोन से इतना एडिक्शन या लत क्यों हैं। तो चलिए समझने हैं –
जब हम सच्चाई देखेंगे तो हमे पता चलेगा की हमें मोबाइल फ़ोन से एडिक्शन नहीं हैं। क्योंकि जब हमारा मोबाइल फ़ोन बंद होता हैं तब हम उसे लेकर नहीं घूमते हैं। बल्कि चार्ज लगा देते हैं। अगर हमे मोबाइल से ही एडिक्शन होता तो हम मोबाइल कभी रखते ही नहीं।
तो हमारा कहने का मतलब ये हैं की आप मोबाइल में जिन एप्लीकेशन और वेबसाइट का प्रयोग करते हैं उनसे एडिक्ट होते हैं तो समस्या ये हैं की हमे अपने मोबाइल फ़ोन के अप्प और वेबसाइट से बचना हैं।
लेकिन इन अप्प और वेबसाइट से बचना इतना आसान नहीं हैं क्योंकि जब कोई अप्प (application) या वेबसाइट बनाई जाती हैं जैसे यूट्यूब, इंस्टाग्राम या फेसबुक या फिर ऑनलाइन गेम, तो जो उस अप्प और वेबसाइट को बनाते हैं उनका सीधा सा मतलब पैसे कामना है क्योंकि ये उनका बिज़नेस होता हैं।
और इस वजह से वे सोचते हैं की उसके वेबसाइट या अप्प पर ज्यादा से ज्यादा लोग आये जितने लोग होंगे उन अप्प पर उतने ही विज्ञापन (ads) देखेंगे और जिनसे ये अप्प पैसे कमाते हैं। और ये अप्प कोई साधारण अप्प नहीं हैं क्योंकि इन एप्प्स (apps) में AI (Artificial intelligence) होता हैं जिससे वे हमारे बारे में सब कुछ पता कर लेते हैं और हमे वैसे ही वीडियोस या विज्ञापन दिखते हैं जो हमे पसंद होता हैं और इसी वजह से हम इन अप्प और वेबसाइट की जाल में फस जाते हैं ।
और इन अप्प और वेबसाइट के कंपनी में ऐसे मनोवैज्ञानिक होते हैं जो अपना दिमाग लगाते रहते हैं की आपको इस अप्प में कैसे फसाया जाएँ, और सही मायने में देखा जाये तो ये जो सोशल मीडिया एप्लीकेशन नहीं हैं बल्कि एक विज्ञापन दिखने वाली कंपनी हैं जो सबको विज्ञापन दिखा कर पैसे कमाती हैं।
अगर आप ऐसे एप्लीकेशन एडिक्शन से बचना है तो आप इन अप्प्स को जैसे फेसबुक इंस्टाग्राम जैसे अप्प्स को डिलीट कर सकते हैं और यूट्यूब को तभी देखे जब आपको किसी भी चीज की जरुरत हो। या फिर इन अप्प को कम से कम प्रयोग करें।
स्मार्ट फ़ोन एडिक्शन को छुड़ाने के लिए कुछ टिप्स –
- रात में सोने से पहले मोबाइल फ़ोन मत चलाइये.
- अगर आप घर पर रहते हैं तो अपना फ़ोन अपने से दूर रखें.
- सुबह उठकर तुरंत फ़ोन मत चलाइये बल्कि एक्सरसाइज कर सकते हैं .
- खाना खाते समय फ़ोन को डाइनिंग टेबल से दूर रखें.
- अपने फ़ोन का नोटिफिकेशन बंद करके रखें.
- अगर आपको फ़ोन से काम नहीं है तो बिना वजह फ़ोन को हाथ मत लगाइये.
- स्क्रीन टाइम ट्रैकर अप्प से ट्रैक करते रहिये आपने कौन सा अप्प कितना टाइम चलाये हैं.
- जब आप घर पर रहते हैं तो ज्यादा से ज्यादा समय अपने परिवार वालो के साथ बिताएं.
- हफ्ते में एक दिन फ़ोन फास्टिंग करिये और उस दिन मोबाइल बंद करके रख दीजिये.
- सोशल मीडिया अप्प को डिलीट कर दीजिये.
स्मार्ट फ़ोन से लत छुड़ाने का बेहतरीन तरीका –
सच में देखा जाये तो स्मार्ट फ़ोन से एडिक्शन यानि लत इसीलिए लगता हैं क्योंकि हमारे पास कुछ और करने के लिए नहीं होता हैं, अगर आप कहीं किसी और काम में अपने आपको व्यस्त रखते हैं तो आपको कभी भी किसी भी फ़ोन का एडिक्शन लग ही नहीं सकता, अगर आप सोचते हैं की ऊपर दिए गए टिप्स का प्रयोग करके आप फ़ोन एडिक्शन से बच सकते हैं तो ये आपका भरम हैं।
किसी भी पुरानी आदत को आप आसानी से छोड़ नहीं सकते लेकिन आप उसे बदल सकते हैं। आपको मोबाइल फ़ोन से एडिक्शन को नहीं छुड़ाना है बल्कि आपको अपने समय को कहीं ऐसे काम में लगाना चाहिए जाना से आगे आपका जीवन सुखद हो सकता है। अगर आप एक स्टूडेंट हैं तो आपको अपना सारा समय पढाई पर लगाना हैं अगर आप जॉब करते हैं तो आपको अपना सारा समय जॉब और परिवार पर लगाना हैं।
अब आप सोच रहे होंगे पढाई में ध्यान ही नहीं लगेगा क्योंकि हमें फ़ोन से लत लग चुका हैं पहले उसे छोड़ना चाहिए, तो मैं आपको बता दूँ की आप गलत सोच रहे हैं, सही बात ये हैं की आपको पढाई क्यों करना है इसका आपके पास कोई बहुत बड़ा कारण (रीज़न) नहीं हैं, इसीलिए आपका ध्यान पढाई में नहीं लग रहा हैं,
जब आपके लाइफ में कोई बहुत बड़ा लक्ष्य होगा और कुछ बड़ा करने का उद्देश्य होगा, तो आपको फोन से क्या किसी भी चीज से एडिक्शन हो ही नहीं सकता, अब आपको सबसे पहले ये सोचना होगा की मुझे इस लाइफ में क्या करना हैं, मैं ऐसा क्या कर सकता हूँ जिससे की मैं इस दुनिया में कुछ करके जाऊ, ऐसे ही नहीं सभी लोगो की तरह पैदा हुआ और मर गया, मुझे दुनिया में अपना नाम करके जाना हैं जिससे लोग मुझे मरने के बाद भी याद रखें।
Cell phone addiction in hindi essay
मैं आपको बता दूँ की आप जो भी सोच सकते हैं वो सब कर सकते हैं, कोई भी काम असंभव नहीं है इस मनुष्य के लिए, क्योंकि इस दुनिया में मनुष्य ही एक ऐसा प्राणी हैं जिसके पास असंभव को संभव बनाने की शक्ति हैं। आपके ज़िंदगी में कभी भी ऐसा एक भी Moment नहीं होना चाहिए जब आपके ज़िन्दगी में कोई मकसद न हो।
How to get rid of Mobile addiction in Hindi
अगर आप सच में मोबाइल एडिक्शन से बचना चाहते हैं और अपना जीवन बदलना चाहते हैं तो आप संदीप माहेश्वरी के द्वारा बनाई गई CAUGHT IN THE WEB SERIES पूरा देख सकते हैं। इस वेब सीरीज को देखने के लिए आप इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं।
FAQ Related to Mobile Addiction!
Ans – स्मार्टफोन के इस्तेमाल के बारे में झूठ बोलना।
प्रियजनों ने चिंता व्यक्त की।
Ans – जब हम मोबाइल फोन यूज करते हैं हमारे माइंड अंदर एक डोपामिन नाम का केमिकल रिलीज होता है जिसकी वजह से हमें अच्छा महसूस होता है, और वही अच्छा महसूस करने के लिए हम बार-बार अपने फोन को चलाते हैं जिससे हमें मोबाइल चलाने की लत लग जाती है।
Ans – रात में सोने से पहले मोबाइल फ़ोन मत चलाइये.
अगर आप घर पर रहते हैं तो अपना फ़ोन अपने से दूर रखें.
सुबह उठकर तुरंत फ़ोन मत चलाइये बल्कि एक्सरसाइज कर सकते हैं .
खाना खाते समय फ़ोन को डाइनिंग टेबल से दूर रखें.
अपने फ़ोन का नोटिफिकेशन बंद करके रखें.
अगर आपको फ़ोन से काम नहीं है तो बिना वजह फ़ोन को हाथ मत लगाइये.
स्क्रीन टाइम ट्रैकर अप्प से ट्रैक करते रहिये आपने कौन सा अप्प कितना टाइम चलाये हैं.
मुझे लगता है मैं ये आशा कर सकता हूँ की आज से आप का फ़ोन का एडिक्शन पूरी तरह से छूट जायेगा, इस पर आपकी किया राय हैं कमेंट करके जरूर बताएं, और अगर आपका कोई दोस्त या परिवार में कोई स्मार्ट फ़ोन से एडिक्ट हैं तो उसके साथ इस पोस्ट को जरूर शेयर करें।
THANK YOU💖
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Thank
Most Welcome! Vineet.
Very nice artical and tricks for mobile addiction , Thanks for such good information Sanjay sir.
Thank you for your feedback!
Keep Learning keep Growing!!