Rich Dad Poor Dad Book Summary in Hindi
रिच डैड पुअर डैड बुक समरी
“Rich Dad Poor Dad” दुनिया की सबसे मशहूर किताबों में से एक है, जिसे रॉबर्ट कियोसाकी (Robert Kiyosaki) ने लिखा है। यह किताब हमें पैसों के बारे में सोचने का तरीका बदलना सिखाती है। इसमें लेखक के जीवन के दो पिता-तुल्य व्यक्तियों का ज़िक्र है—
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एक Poor Dad (उनके असली पिता), जिन्होंने अच्छी शिक्षा पर ज़ोर दिया लेकिन पैसे के मामले में संघर्ष किया।
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दूसरा Rich Dad (उनके दोस्त के पिता), जिन्होंने उन्हें निवेश, बिज़नेस और पैसे को उनके लिए काम करवाना सिखाया।
इस ब्लॉग में आप पढ़ेंगे:
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Rich Dad Poor Dad Summary in Hindi
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किताब से मिलने वाले मुख्य सबक
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Book Review और कीमत
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और PDF Download की जानकारी।
किताब के बारे में
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नाम: Rich Dad Poor Dad
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लेखक (Author): Robert Kiyosaki
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श्रेणी: Personal Finance, Motivation, Self-Help
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मुख्य विषय: पैसा, निवेश, वित्तीय शिक्षा
Rich Dad Poor Dad Summary in Hindi
1. अमीर और गरीब की सोच में अंतर
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गरीब और मध्यम वर्ग मेहनत करके पैसा कमाते हैं।
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अमीर लोग पैसे को अपने लिए काम करवाते हैं।
👉 असली फर्क सोच (Mindset) और वित्तीय शिक्षा (Financial Education) का होता है।
2. Financial Education का महत्व
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स्कूल हमें डिग्री देते हैं, लेकिन पैसे को संभालना नहीं सिखाते।
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वित्तीय ज्ञान (Assets, Liabilities, Cashflow) ही अमीरी की असली कुंजी है।
3. Assets बनाम Liabilities
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Assets: ऐसी चीजें जो आपके जेब में पैसा डालें (जैसे निवेश, प्रॉपर्टी, बिज़नेस)।
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Liabilities: ऐसी चीजें जो पैसा निकालें (जैसे कर्ज, महंगी कार EMI)।
👉 अमीर लोग Assets बनाते हैं, जबकि गरीब लोग अक्सर Liabilities इकट्ठा कर लेते हैं।
4. उद्यमिता और निवेश
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नौकरी से सुरक्षा मिलती है, लेकिन अमीरी निवेश और बिज़नेस से आती है।
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छोटे-छोटे निवेश और उद्यमिता से बड़ा फर्क पड़ता है।
5. पैसे को काम पर लगाना सीखें
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पैसे को बैंक में पड़े रहने देने के बजाय उसे ऐसे निवेश करें जिससे वह आपके लिए कमाए।
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समय के साथ यह आपकी Financial Freedom दिलाता है।
Book Review – Rich Dad Poor Dad
सकारात्मक पक्ष:
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सरल और प्रेरणादायक भाषा में लिखा गया।
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पैसों के बारे में सोचने का नजरिया बदल देती है।
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निवेश और वित्तीय स्वतंत्रता की राह दिखाती है।
संभावित कमज़ोरी:
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सभी सुझाव हर किसी पर लागू नहीं हो सकते।
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शुरुआती पाठकों को वित्तीय शब्दावली थोड़ी कठिन लग सकती है।
👉 निष्कर्ष: यह किताब उन सभी के लिए जरूरी है जो पैसे को सिर्फ कमाने का नहीं, बल्कि उसे सही दिशा में बढ़ाने का तरीका सीखना चाहते हैं।
Book Price (कीमत)
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Paperback Edition: ₹250 – ₹400
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Kindle Edition: ₹150 – ₹200
(कीमत Amazon/Flipkart पर समय-समय पर बदल सकती है।)
Rich Dad Poor Dad PDF Download
अक्सर लोग सर्च करते हैं: “Rich Dad Poor Dad PDF Free Download in Hindi”।
लेकिन ध्यान दें:
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यह किताब कॉपीराइटेड है।
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Free PDF शेयर करना अवैध है।
✅ सही विकल्प:
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Amazon Kindle पर ई-बुक खरीदें।
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Flipkart या Bookstore से Paperback लें।
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ऑथराइज्ड ई-बुक प्लेटफ़ॉर्म से पढ़ें।
Rich Dad Poor Dad Book
ऑथर रॉबर्ट कियोसकी के दो डैडी थे एक अमीर और दूसरे गरीब! एक बहुत पढ़े लिखे और समझदार थे पीएचडी किये थे और उन्होंने अपने 4 साल के अंदर ग्रेजुएट कार्य को 2 साल से भी कम समय में कर लिया था इसके बाद वह आगे पढ़ने के लिए स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो तथा नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी और यह सब उन्होंने पूरी तरह से स्कॉलरशिप के सहारे किया ऑथर के दूसरे पिता आठवीं से आगे नहीं पढ़े थे।
दोनों अपने करियर में सफल थे दोनों ने जिंदगी भर कड़ी मेहनत की थी और दोनों ने काफी पैसा कमाया था परंतु उसमें से एक पूरी जिंदगी पैसे के लिए परेशान होता रहा और दूसरा हवाई के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक बन गया। एक मरने पर उसके परिवार चर्च और जरूरतमंदों को करोड़ों डॉलर की दौलत मिली और दूसरे अपने पीछे कर्ज छोड़ कर गए।
उनके दोनों डैडी उनको सलाह दिया करते थे लेकिन उनकी सलाह एक ही नहीं थी दोनों ही शिक्षा पर बहुत जोर देते थे परंतु उनके द्वारा सुझाव गए पढ़ाई के विषय अलग-अलग थे। अगर एक डैडी होते तो की दिक्कत नहीं थी तो उन्हीं की बात मान लेते लेकिन जब दो लोग हैं तो वहां पर कन्फ्यूजन आता था कि किसकी बात माने किसकी बात ना माने।
समस्या यह थी कि अमीर डैडी अभी अमीर नहीं थे और गरीब डैडी अभी गरीब नहीं थे। परंतु पैसे के बारे में दोनों लोगों के विचार और नजरिया एकदम अलग अलग था।
उदाहरण के तौर पर एक डैडी कहते थे पैसे का मोह माया सभी बुराइयों का जड़ है जबकि दूसरे डैडी कहा करते थे पैसे की कमी ही सभी बुराइयों की जड़ है।
लेखक कहते हैं मेरा बहुत सर समय सोच विचार में ही गुजर जाता था मैं खुद से बार-बार इस तरह से सवाल पूछा करता था उन्होंने ऐसा क्यों कहा?
धन दौलत का विषय स्कूल में नहीं बल्कि घर पर पढ़ाया जाता है शायद इसीलिए अमीर लोग और ज्यादा अमीर होते जाते हैं जबकि गरीब लोग और ज्यादा गरीब होते जाते हैं।
लेखक कहते हैं मेरे दो डैडी थे और मैं दोनों से ही सीखा। मुझे दोनों की सलाह पर सोचना पड़ता था इस तरह से सोचते-सोचते मैंने भी जान लिया कि किस व्यक्ति के विचार उसकी जिंदगी पर कितना जबरदस्त प्रभाव डाल सकते हैं। उदाहरण के तौर पर एक डैडी यह कहते थे कि मैं यह नहीं खरीद सकता। और दूसरे डैडी कहां करते थे मैं इसे कैसे खरीद सकता हूं?
मेरे जल्द ही अमीर बनने वाले डैडी ने मुझे समझाया कि जब हम कहते हैं मैं इसे नहीं खरीद सकता तो हमारा दिमाग काम करना बंद कर देता है इसके बजाय हम यह सवाल पूछते हैं मैं इसे कैसे खरीद सकता हूं तो हमारा दिमाग काम करने लगता है ।
और ऐसे ही दोनों डैडी में जमीन और आसमान का अंतर था एक डैडी की सोच थी कि अमीरों को ज्यादा टैक्स देना चाहिए ताकि बेचारे गरीबों को ज्यादा फायदा मिल सके जबकि दूसरे डैडी कहते थे टैक्स उन लोगों को सजा देता है जो उत्पादन करते हैं और उन लोगों को इनाम देता है जो काम नहीं करते हैं।
एक डैडी सिखाते थे मेहनत से पढ़ो ताकि तुम्हें किसी अच्छी कंपनी में नौकरी मिल जाए जबकि दूसरे डैडी किसी कहते थे मेहनत से पढ़ो ताकि तुम्हें किसी अच्छी कंपनी को खरीदने का मौका मिल जाए ।
एक डैडी कहते थे मैं इसलिए अमीर नहीं हूं क्योंकि मुझे बाल बच्चों को पालना पड़ता है दूसरी डैडी कहते थे
मुझे इसलिए अमीर बनना है क्योंकि मुझे यह बाल बच्चों को पालना है।
एक डैडी कुछ डॉलर बचाने के लिए परेशान रहें और दूसरे डैडी एक के बाद एक निवेश करते रहें।
एक डैडी ने मुझे बताया कि अच्छी नौकरी तलाशने के लिए अच्छा सा बायोडाटा कैसे लिखा जाए दूसरे ने मुझे सिखाया कि कैसे मजबूत व्यवसायिक वित्तीय योजनाएं लिखी जाए जिससे मैं नौकरियां दे सकूं।
मेरे गरीब डैडी कहा करते थे मेरे पैसे में कोई रुचि नहीं है या पैसा महत्वपूर्ण नहीं है मेरे अमीर डैडी हमेशा कहते थे पैसे में बहुत ताकत है।
नव वर्ष की उम्र में मैंने यह फैसला किया पैसे के बारे में मैं अपने अमीर डैडी की बात सुन लूंगा और उनसे सीख लूंगा या फैसला करने का मतलब था अपने गरीब डैडी की बातों पर ध्यान ना देना हालांकि उनके पास कालेज की बहुत सी डिग्रियां थी जो मेरे अमीर डैडी के पास नहीं थी।
मेरे अमीर डैडी ने मुझे 30 साल से भी ज्यादा समय तक सिखाया और तब तक जब तक कि मेरी उम्र 39 साल नहीं हो गई और इसके बाद उन्होंने सिखाना बंद कर दिया उन्होंने यह देख लिया था कि मैं वह सब समझ चुका हूं जो वह मेरी मोटी बुद्धि में भरने की कोशिश कर रहे थे।
लेखक कहते हैं जब मैं 9 साल का था तब से मेरे में अमीर डैडी ने मुझे 6 सबक सिखाएं थे जो मैं इस किताब के माध्यम से आप लोगों के साथ शेयर करता हूं।
सबक 1. अमीर लोग पैसे के लिए काम नहीं करते।
सबक 2. पैसे की समझ क्यों सिखाई जानी चाहिए।
सबक 3. अपने काम से काम रखो ।
सबक 4. टैक्स का इतिहास और कॉरपोरेशन की ताकत।
सबक 5. अमीर लोग पैसे का अविष्कार करते हैं।
सबक 6. सीखने के लिए काम करें पैसे के लिए काम ना करें।
सबक 1. अमीर लोग पैसे के लिए काम नहीं करते।
रॉबर्ट कियोसकी ने अपने डैडी से कहा कि मुझे अमीर बनना है मुझे पैसे कमाने हैं? रॉबर्ट के डैडी ने कहा अगर तुम्हें अमीर बनना है तो तुम्हें पैसे बनाने होंगे और मुझे नहीं पता था ऐसे कैसे बनाए जाते हैं।
फिर रॉबर्ट कियोसकी और उनके दोस्त माइक दोनों ने मिलकर पैसे कमाने की सोचा। और उन्होंने अपने पड़ोसियों के घर पर जाकर बोल दिया कि उन्हें जब टूथपेस्ट खत्म हो जाए तो रख लेंगे और उन्हें दे देंगे। रॉबर्ट और उनके दोस्त ने मिलकर टूथपेस्ट के खाली ट्यूब को इकट्ठा किया और उसे गला कर सिक्के बनाने लगे यानी पैसे बनाने लगे। Rich Dad Poor Dad Book Summary in Hindi
लेकिन जब उनके पिता ने देखा और बोले रॉबर्ट घर पर सिक्के बनाना गैरकानूनी है तो रॉबर्ट और उनके दोस्त का ये मिशन असफल हो गया। इसके बाद रॉबर्ट के पिता ने कहा कि अगर तुम लोग पैसा कमाना सीखना चाहते हो तो तुम लोगों को माइक के पिता माइक के डैडी से सीखना चाहिए।
माइक रॉबर्ट का दोस्त था। और राबर्ट माइक के डैडी को अपना रिच डैड कहते थे।
माइक और रॉबर्ट अपने रिच डैड के पास गए जानने के लिए गए कि पैसे कैसे कमाया जाता है।
रिच डैड ने बोला मैं तुम लोग को पैसे कमाना तो सिखा दूंगा लेकिन उसके लिए तुम लोगों को मेरे साथ काम करना होगा। उस काम के बदले मैं तुम लोगों को सिखाऊंगा। रॉबर्ट और माइक ने हां कर दिया। और वह दोनों शनिवार को आते और 3 घंटे काम करते हैं जिसके बदले में रिच डैड उन्हें 10 सेंट प्रति घंटे दिया करते थे।
रॉबर्ट और माइक 10 सेंट के बदले वहां डब्बू की सफाई किया करते थे। लेकिन रॉबर्ट के लिए पैसे बहुत कम थे और वह यहां से कुछ सीख भी नहीं रहे थे। रॉबर्ट ने 3 हफ्ते बाद काम छोड़ना चाहते थे क्योंकि उनके पुअर डैड ने उनसे बोला कि 10 सेंट तो बहुत कम है कम से कम 25 सेंट अपनी वेतन करवाओ नहीं तो फिर छोड़ देना चाहिए।
रॉबर्ट फिर अपने रिच डैड के पास गए और बोला मैं यह काम नहीं करूंगा क्योंकि आपने बोला था सिखाने के लिए और आपने कुछ सिखाया नहीं और इसमें मुझे पैसे भी कम मिल रहे हैं इसलिए मैं यह काम नहीं करूंगा।
फिर रिच डैड ने बोला मुझे पता था तुम यह काम छोड़ दोगे अगर तुम यह काम करते रहते हैं और इससे तुम खुश रहते तो फिर मैं तुम्हें बोल देता कि मैं तुम्हें नहीं सीखा पाऊंगा लेकिन मुझे खुशी है कि तुमने इस काम को मना कर दिया करने से यानी तुम सच में कुछ सीखना चाहते हो और कुछ बड़ा करना चाहते हो।
रिच डैड ने कहा रॉबर्ट क्या तुम सच में सीखना चाहते हो की अमीर कैसे बना जाए तो इसके लिए तुम जो काम कर रहे हो वह करते रहो लेकिन अब से तुम्हें इसके लिए पैसे नहीं मिलेंगे।
रॉबर्ट ने बोला पैसे नहीं मिलेंगे? रिच डैड नहीं बोला नहीं पैसे तो नहीं मिलेंगे और तुम्हें सीखना है या नहीं सीखना है यह बताओ रॉबर्ट ने कहा ठीक है।
लेकिन यह बात रॉबर्ट ने अपने पुअर डैड को नहीं बताई कि उन्हें अब पैसे नहीं मिलते हैं इस काम के लिए।
और ऐसे ही रॉबर्ट बिना पैसे के काम करते रहें। और ऐसे ही रॉबर्ट बिना पैसे के काम करना सीखें। एक दिन उन्हें दिखा कि कोई कॉमिक्स बेचने वाला आया था। और उन्होंने वहां से देखा और उन्हें एक विचार आया फिर हम और माइक दोनों कॉमिक्स का बिजनेस शुरू करते हैं।
और फिर रॉबर्ट ने माइक के घर में एक कॉमिक्स की लाइब्रेरी खोल देते हैं और माइक की बहन वहां की लाइब्रेरीयन बन जाती है। और ऐसे ही रॉबर्ट और माइक लगभग हफ्ते की $10 कमाई कर लेते थे और उसमें से $1 माइक की बहन को दे देते थे। और और अब रॉबर्ट फ्री रहते थे। और उन्हें अब पता चल चुका था की पैसे के लिए काम नहीं किया जाता है बल्कि पैसा हमारे लिए काम करता है।
रॉबर्ट कहते हैं -ज्यादा तनख्वाह देने के बजाय हमें रिच डैड ने हमें इतनी बढ़िया नसीहत दी।
सबक 2. पैसे की समझ क्यों सिखाई जानी चाहिए।
सबक 3. अपने काम से काम रखो
सबक 4. टैक्स का इतिहास और कॉरपोरेशन की ताकत
सबक 5. अमीर लोग पैसे का अविष्कार करते हैं।
सबक 6. सीखने के लिए काम करें पैसे के लिए काम ना करें।
मुझे पूरा आशा है आपको रिच डैड पुअर डैड बुक सम्मरी से बहुत कुछ सीखने को मिला होगा। आपको यह पोस्ट कैसा लगा आप कमेंट करके बता सकते हैं जिससे हमे मोटिवेशन मिलती है ऐसे और बुक्स पढ़कर बुक समरी बनाने में, और अगर यह पोस्ट आपको अच्छा लगा हो, तो आप इसे अपने परिवार और दोस्तों को शेयर भी कर सकते हैं।
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